यह सफर है तेराpoem by Pooja Vilas Katkar

 नारी शक्ती


यह सफर है तेरा यह मंजिल है तेरी
तुझे चुनना है खुद का रास्ता
और चलना है उस पर
ना कर उम्मीद किसी से
ना रख शिकायत किस बात की
यह दोनों ही बना देंगे तुझे कमजोर
तू बुलंद रहे अपने हौसलों पर
और यकीन कर अपने उसूलों पर
यह मुश्किल है आई
यह इंतेहा है तेरा
तू छोड़ना मत अपना इंतिहा किसी के कहने पर
क्योंकि यह राज है गहरा जो जान पाया
उसने ही कठिनाइयों को है अपनाया
और उनमें से ही निखर कर
अपने शिखर तक जा पहुंचा.

- पूजा विलास काटकर



Web Title: pooja vilas katkar


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