नारी शक्ति
*नारी शक्ति* ,आकाश छू जाने वाली,
गगनभेदी, बादलों को चिर आगे बढ़ने वाली,
सितारों से बातें कर अपने बातों को सिद्ध करने वाली,
सूरज,चांद को भी मनाने वाली ।
नारी शक्ति, जमीं पर पहाड़ समान,
निरंतर बहती जानें वाली सरिता समान,
ममता की मूरत और मां काली के सूरत समान,
जलता हुआ दीया और बाती समान ।
नारी शक्ति ,यम के द्वार से पति को खींच के लाने वाली,
*वैदेही* जैसी, रावण के वश में ना आने वाली,
*द्रौपदी* जैसी, वस्त्र हरण के बाद प्रतिज्ञा में बंधने वाली ,
*गांधारी* जैसी, पती जैसे स्थिती में हैं वैसे जीवन भर रहने वाली ।
नारी शक्ति वो जो दिव्यांग होते हुए भी माउंट एवरेस्ट पार करने वाली *अरूणिमा सिन्हा* ,
मां बाप के बुढापे की लाठी बनकर देती सहारा,
बचपन से ही समाज के नियमों को लेकर चलने वाली,
*सावित्री बाई फुले* ,जैसी महिलाओं को साक्षर करने में आगे बढ़ने वाली ,
नारी शक्ति को प्रोत्साहित करने वाली हमारी *राणी लक्ष्मीबाई* ,
राजकारण में हमारे भारत का नाम रोशन करनेवाली *इंदिरा गांधी* जी ,
*कल्पना चावला* जैसी अंतरिक्ष में खोज करने जाने वाली,
स्वातंत्र्य सैनिक बन " *विजयालक्ष्मी पंडित* " आजादी के लड़ाई में आगे बढ़ने वाली ।
" *ऐनी बेझंट"* जैसी समाज उध्दारक,
" *कमला नेहरू"* जैसी महिला का "लोह स्त्री" उपाधी सार्थक ,
" *मदर टेरेसा"* विश्व में नाम हुआ प्रसिद्ध ,
नारी शक्ति की महिमा की बात देवीस्वरुपा सिध्द ।
धर्म, अर्थ, मनोरंजन,राजकारण,
खेल जगत, जमीं से लेकर आसमान,
नारी शक्ति की महिमा है अपरम्पार,
नारी शक्ति को शत् शत् नमन करते सिर झुकाकर बारंबार 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐
स्वरचित, मौलिक, अप्रकाशित मेरी रचना है ।।
Web Title: Poem by Jyoti Vipul Jain
आत्मनिर्भर दिवाली की दो प्रतियोगिताओं (कविता-प्रतियोगिता एवं लेखन-प्रतियोगिता) में भाग लें. 2,100/- का प्रथम पुरस्कार... अपनी रचनायें जल्दी भेजें ...