विदेशी सामानों को अब बहिष्कार है करना - Poem by Pooja Mishra

 

"विदेशी सामानों को अब बहिष्कार है करना

स्वदेशी समानों का अब सम्मान है करना

विदेशी सामान को बाज़ार से हटाना है

स्वदेशी सामान को अब घर लाना है

हर भारतीय को यह संकल्प उठाना है

भारत को फिर से सोने की चिड़ियां बनाना है

हर लूटेरा बाहर से आकर -2

पहले अपना व्यापार फैलाता है

धीरे धीरे अपने भारत देश को

खोखला करने लग जाता है

अंग्रेजो ने भी यही किया था

मुगलों ने भी यही किया था

चीन भी इसी कोशिश में

लगा था

भारत में अपना व्यापार बढ़ाना है

सस्ते दामों में सड़ा सामान बनाना है

मोदी योगी को ये ना भाया

सबसे पहले चीनी ऐप्स को बंद कराया

उसमे पहला नंबर टिकटाक का आया

तभी से चीन बौखलाया है

अपना व्यापार जो गिरता पाया है


           पूजा मिश्रा"


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