डिजिटल उपनिवेशवाद- Article by Jyoti Vipul Jain on Digital colonialism

 

"डिजिटल उपनिवेशवाद


उपनिवेशवाद पहले भी भारत सहन कर चुका है । ब्रिटिश लोग भारत में व्यापारी बनकर आये थे और खुद मालीक बनकर हमें गुलाम बना दिया था ।उनकी देश की वस्तुएं भारत में लाकर ज्यादा किमत लेकर बेचते थे और यहां का मुनाफा अपने तिजोरी में भरते थे ।२०० साल उन्होंने भारत पर अपना राज चलाया । धीरे धीरे हमारा भारत उनका गुलाम हो गया और उनको यहां से निकालने में बहुत ही मेहनत करनी पड़ी कई प्रकार के acts लाने पड़े, आंदोलन करने पड़े अभी डिजिटल उपनिवेशवाद नया शब्द आया है । हम ऑनलाइन खरीदी करते हैं, ऑनलाइन खाना आर्डर करते हैं ऑनलाइन पर बिल पे करते हैं ,हम सब घर बैठे बैठे काम कर सकते हैं ।इसमें धीरे-धीरे हम इसके अधीन होते जा रहे हैं, कंप्यूटर पर ज्यादा से ज्यादा काम होने लगा है। बहुत ज्यादा बाहर की कंपनियां भारत में आ गई है ।उनके साथ हमारा ऑनलाइन व्यवहार भी होता है इसलिए  directly नहीं indirectly हमारा देश का पैसा वहां जाने लगा है ,और हमारे देश में मुनाफा कमाकर वह लोग ज्यादा से ज्यादा शक्तिशाली बन रहे हैं । हमारे देश में जो व्यापारी हैं, जो छोटी-छोटी दुकान है वह लोग बेचारे ग्राहक के लिए तरस जाते हैं और हमारे लोग ऑनलाइन खरीदी कर बैठे बैठे सामान प्राप्त कर लेते हैं ।कुछ ऑनलाइन बिजनेस करने वालों की वालों ने अपनी कॉलोनी जी हां बना ली है और समूह में रहकर वह लोग अपना धंधा आराम से करते हैं जिससे वह बहुत मुनाफा भी कमाते हैं ।और अपने देश की तिजोरी भी भरते हैं जिससे हमारा देश पीछे रह जाता है सबका इंटरनेट द्वारा होने लगा है। विदेशी एप्स भी इंटरनेट पर आ गई है  उनके द्वारा हम नये नये विडियो बनाते हैं और वो विडियो के  like share ke माध्यम से भी अपने देश का मुनाफा वहां जाता है ।

इंटरनेट के फ़ायदे बहुत है पर हम इसके अधीन होकर उसके गुलाम हो गए हैं ।  Amazon,फ्लिपकार्ड जैसी कंपनियां आज अपने भारत में राज कर रही है ,उनके माध्यम से हम ऑनलाइन वस्तुएं मंगाते हैं और वो  ढेर सारा मुनाफा कमा कर अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं , विदेशी कार जैसे Toyota,kia, Volkswagen भी हमारे भारत में ढेर सारा व्यापार कर रही है । सोने की चिड़िया कहलाने वाला हमारे भारत को ब्रिटिश लोगों ने कंगाल बना दिया था ।अभी डिजिटल व्यापार के माध्यम से कहीं ना कहीं हम वही मार्ग पर तो नहीं जा रहें हैं । सोचने की बात है यह 🤔🤔 जागो भारत के मेरे भाई, बहनों  जागो ।। जितना स्वदेशी वस्तुएं इस्तेमाल करते आये उतना करें,अपने देश का पैसा अपने देश में ही रहेगा और हमारा भारत फिर से सोने की चिड़िया बन जायेगा ।।




Web Title:  Article by Jyoti Vipul Jain on Digital colonialism  , Vayam official blog content

vayam.app




Post a Comment

Previous Post Next Post