*** आत्मनिर्भर भारत***poem by Muskaan Agrawal

 

*** आत्मनिर्भर भारत***

नहीं रहेगा भारत अनपढ़,
हम हर गांव गली साक्षरता लायेंगे!!

हम स्वयं बनेंगे आत्मनिर्भर,
फिर संपूर्ण आर्यवर्त कर जाएंगे!!

भारत की तकनीकों से,
सारे विश्व को चौकाएगें !!

स्वयं करेंगे निर्मित वस्तुएं ,
स्वदेशी अपनाएंगे!!

"आत्मनिर्भर भारत" हो अपना
कुछ ऐसा कर जाएंगे!!

कोई भूखा नहीं रहेगा,
नहीं रहेगी बेरोजगारी!!

सच्चाई से करेंगे सारे काम ,
मिट जाएगी भ्रष्टाचारी!!

कोई अवैध कर नहीं देगें
न कोई वस्तु किसी
अन्य देश से लायेंगे!!

हर भारतवासी की मेहनत का
उनको हक दिलवाएंगे!!

नहीं रहेगी ऊंच - नीच,
सब भेद भाव मिट जायेंगे!!

अपने संसाधन निर्मित कर,
भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनायेगें!!

हर आपदा से बचने के लिए,
भारत का सुरक्षा कवच बनाएंगे!!

"आत्मनिर्भर भारत" का परचम,
सारे विश्व में लहरायेंगे!!
********
-मुस्कान अग्रवाल



Web Title: muskan agrawal


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