"जिस देश ने पुरे विश्व को है रूलाया
क्यूं है तू उसका सामान लाया
अलग-अलग चीजों के है बहुत प्रकार
जिनके गुण है एकदम बेकार
चीज़ें भले ही सस्ती है
आती जो है कश्ती में
लेकिन सामान नहीं मिल पाएगा वैसा
भारत देश में मिलेगा जैसा
अरे अपने देश से ही सामान मंगाओ
अपने देश की तरक्की कराओ
क्यूं वो देश इतना कमाए
जिसकी वजह से हमने इतने आंसू बहाए
चलो इस दिवाली हम सब साथ हों खड़े
चीनी सामान का विरोध है करें "
Web Title: Poem by Mehek Jindal , Vayam official blog content