'लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता': डिजिटल उपनिवेशवाद

तिथि: 2 नवंबर 2021, सुबह 11 बजे से

आयोजन लिंक: https://web.vayam.app/events/WritingSpeechCompetition

प्राथमिक विषय: डिजिटल उपनिवेशवाद (Digital Colonialism)

अगर आप प्राथमिक विषय पर किसी कारणवश नहीं लिख पा रहे, तो दिवाली पर 'चीनी सामान एवं चीनी ऐप्स का विरोध' विषय पर भी अपना प्रमाणिक लेख लिखकर भी भेज सकते हैं.

आवेदन करने के लिए इस गूगल फॉर्म में पूरी जानकारी भरें एवं इस पेज पर नीचे की ओर दिए गए समस्त नियमों को ध्यान से पढ़ें:  https://forms.gle/ex36dJtvXg8fSLL8A

  1. प्रथम पुरस्कार: 2,100/- रूपये का नकद पुरस्कार
  2. द्वितीय पुरस्कार: 1,100/- रूपये का नकद पुरस्कार
  3. तृतीय पुरस्कार: 501/- रूपये का नकद पुरस्कार
  4. सांत्वना पुरस्कार: कुल 5 सांत्वना पुरस्कार

प्रतियोगिता के अनिवार्य नियम:
  1. लेख की न्यूनतम शब्द संख्या 500 होनी आवश्यक है.
  2. लेख कॉपी-पेस्ट न हो, एवं पूर्व प्रकाशित न हो, एवं लेखक द्वारा तथ्यों पर आधारित हो.
  3. सुबह 11 बजे से वयं इवेंट लिंक पर ऑनलाइन उपस्थित रहकर डिजिटल उपनिवेशवाद पर अपनी बात सारांश रूप में कहना अनिवार्य है.
  4. वयं चयन-मंडल का निर्णय अंतिम एवं मान्य होगा.
  5. प्रतियोगिता से सम्बंधित सम्पूर्ण डिटेल भरने की आखिरी तिथि 1 नवम्बर 2021 है, किन्तु अपनी जानकारी आप जल्द से जल्द भरें. 
  6. डिजिटल उपनिवेशवाद प्रतियोगिता के व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़िये, एवं तमाम जानकारियाँ वहां से लीजिये: https://bit.ly/DigitalColonyWA

अन्य जानकारियाँ इसी ब्लॉग-पेज पर अपडेट हो रही हैं. कृपया नीचे स्क्रॉल करते जाएँ, एवं अन्य जानकारियों के लिए प्रतीक्षा करें 🙏😊




आयोजन लिंक (Register Here...)https://web.vayam.app/events/WritingSpeechCompetition

Web Title: Writing and Speech Contest on Digital Colonialism

6 Comments

  1. बहुत अच्छी जानकारी दी है 🙏🏻💐

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    1. सादर धन्यवाद.
      उम्मीद है आपने अपनी रचना प्रेषित कर दी होगी.

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  2. जय जवान जय किसान जय हिन्दुस्तान
    ** मेरे समझ से सन् 1947 में भारत के दो नहीं तिन टुकड़े हुए।
    (१) हिन्दुस्तान
    (२) इन्डिया
    (३) पाकिस्तान।
    फिर अम्बेडकर जी और महात्मा बुद्ध जी के प्रभाव के कारण " हरिजन" गांधी जी प्रदत शब्दों के द्वारा एक विशेष दलित समाज का उद्भव हुआ ।
    जिससे कालान्तर में APL ,BPL, दलित , महादलित, पिछड़ा , अतिपिछड़ा ,OBC,ABC इत्यादि में बांटते और आरक्षण देते देते और पुरुष से अधिक सम्मान प्राप्त महिलाओं को समान अधिकार देने के नाम पर 50% का आरक्षण देकर हम पुरुषों को कांग्रेस ने तो नपुंसक बना दिया।
    फिर इन्दरा गांधी जी ने एक और मुस्लिम देश बंगाल को तोड़ कर बंगला देश बना दिया।
    फलस्वरूप इन्दरा जी की हत्या हुई।
    पुनः यदि हम राजीव गांधी और संजय गांधी के विवादित मौत का भी यदि विश्लेषण किया जाए तो इनके मौत का कारण भी राजनैतिक पद प्रतिष्ठा ही माना जाएगा। जैसे मुगलों के समय राजवंशों का और राजवंशों के समय मुगलों का।
    आज पुनः राकेश टिकैत कि प्रयोग कर एक और देश "खालिस्तान" जिसमें (मुस्लिम और सिक्ख= खिचड़ी विवादित स्वतंत्र देश सोनिया जी केवल राहुल जी को प्रधानमंत्री बनाने हेतू कर रही है।
    आज इसी के कारण देश के वास्तविक स्वरूप यानी कम्प्यूटराईज्ड(DATA) को बर्वाद कर दिया है।
    विशेष तो समय के गर्त में है।
    जय जवान जय किसान जय हिन्दुस्तान
    नाग भूषण तिवारी

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  3. महंगाई क्या है?
    *जब प्रधानमंत्री जी द्वारा फ्री गैस का चुल्हा बांटने की घोषणा की जाती है ,और कथित दलाल द्वारा सिलेंडर और रेगुलेटर के नाम पर किया जाने वाला अवैध वसूली गई राशि महंगाई है।
    *मुख्यमंत्री जी द्वारा दारू-शराब बन्द करने की घोषणा कि जाती है और हम जनता द्वारा अधिक मुल्य पर खरिदना और बेचना ही वास्तविक महंगाई है।
    *खाने के लिए चाहिए सरसों तेल तो वह किसी को नहीं दिख रहा कि दिवाली पर हम "कुम्हार भाई" द्वारा निर्मित मिट्टी के दिए कैसे जलायेगे परन्तु पेट्रोल और डीजल की महंगाई जिसका प्रयोग अय्याशी हेतू किया जाता है उस पर हाय तौबा मचाना ही महंगाई है।
    * इन्दरा अवास और शौचालय निर्माण में ग्रामीण क्षेत्र के जमिन या गरीबों से अवैध रूप से वसुला गया धन ही तो मोदी जी का काला धन है जिसके वजह से घोर महंगाई में भी महंगाई नजर नहीं आने देती।
    दुसरी तरफ 90% तक मछली और पशुपालन की सब्सिडी राशि तथा देश में 50-60% महिला और पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण भी तो अन्य कामगार मजदूरों का हक मारना भी महंगाई है।
    नारेगा और मनरेगाकर्मीयों को काम पर न लगा कर कृत्रिम मशिन द्वारा काम कराकर 300-500 रू घंटा ट्रैक्टर और किरान चलवाना ही वास्तविक महंगाई है।
    @@ लाभ हानी को ध्यान में रखकर गलत जाति प्रमाण पत्र ,गलत अवासीय और आय प्रमाण पत्र पर सरकार के साथ किया जानेवाला अनुबंध ही प्रमुख भ्रष्टाचार और देशद्रोह है।
    और सबसे महत्वपूर्ण ईन ज्ञानीयों और पण्डितो के बीच मदारी बना प्रशान्त किशोर कम्प्यूटराईज्ड करोना वायरस है जो अकेले सरकार बनवाते और गिराते चल रहा है यही विश्व का अठ्ठरहवां आश्चर्य है।
    धन्यवाद डिजिटल इन्डिया
    जय जवान जय किसान जय हिन्दुस्तान
    नाग भूषण तिवारी

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