तुझे सारी खुशियाँ - Poem by Ajay kumar

तुझे सारी खुशियाँ,,, 

और मुझे गम मिले 

खुदा करे वो ज़माना आये 

जब रस्मो रीवाजो को तोड़कर हम मिले 


मिल कर ऐसे हो जाए 

कि इक दूजे मे खों जाए 

कभी ना हों जुदा 

कुछ ऐसे हों इक दूजे पर फिदा 

दुश्मनों के दिल हमारे प्यार से हिले 

खुदा करे वो ज़माना आये 

जब रस्मो रिवाजो को तोड़कर हम मिले /

Web Title: Poem by Ajay kumar

vayam.app




Post a Comment

Previous Post Next Post