मुश्किलों का दौर है ज़रा अदब मे हसरतें कर लो - Poem by Sarita Prajapati

 

"


       मुश्किलों का दौर है ज़रा अदब मे हसरतें कर लो

जो हासिल है वो अपना है,जो न मिले तो सब्र कर लो।


  


 मत माँगो तुम इश्क़ की खैरात किसी से, 


मन की चाहत को  सागर से सरिता कर लो।




खुद को खुद से मिलाकर जीना सीखो, किसी 


के प्यार मे न खुद को तुम गिरफ्त कर लो। 




गर्दिशों के दौर मे कश्तियांअक्सर डूब जाया करती है


जीत कर इन बेगानी लहरों से होंसले बुलंद कर लो। 




रंजिशों को ना मन में पनाह देना, दिल मे रब बस्ता है


तराश लो खुद को इतना,  हीरे सी चमक कर लो। 


सरिता प्रजापति

"


Web Title: Poem by Sarita Prajapati


आत्मनिर्भर दिवाली की दो प्रतियोगिताओं (कविता-प्रतियोगिता एवं लेखन-प्रतियोगिता) में भाग लें. 2,100/- का प्रथम पुरस्कार... अपनी रचनायें जल्दी भेजें ... 

vayam.app




Post a Comment

Previous Post Next Post