आत्मनिर्भर भारत
आत्मनिर्भात का वादा ये वादा करलिया हमने ।
देशसे अपने ये वादा करलिया हमने ।
हर घडी अब उन्नती कि राह चाहेगी ।
दुसरों पर निर्भर रहनेकी बारी ना आयेगी।
आओ सब मिलकर स्वदेशी को अपनायें।
स्वदेशी को अपनकार भारत को आत्मनिर्भर बनायेंगे।
देशवासियों को शुद्धता का विश्वास दिलाना है।
लोगों को आत्मनिर्भरता का पाठ पढाणा है।
एक कदम हम उठाए करोडों कदम अपने आप उठाएगी आवाम।
बिना हथियार और युद्ध के हि चीन का होगा काम तमाम ।
ऐसे हि एकजूट होकार चलो बनाये आत्मनिर्भर भारत।
Web Title: poem by Disha Dattatreya Dighe
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