सर फ़रोश करेंगे वतन के लिए poem by Mansi Tiwari

 सर फ़रोश करेंगे वतन के लिए

साथियों तुम ऐसी कसम खाओ,
जो जैसा है उसे वैसा रहने दो
साथियों तुम शानदार बनके दिखाओ,
भगत, राजगुरु और सुखदेव को नमन करके
साथियों तुम उनके वीर चरित्र में ढल जाओ,
उठे गर निगाह भी दुशमन की देश के लिए
साथियों तुम तेज धार की कटार बन जाओ,
और हां ये रोज आन-जान वाले बाबू-शोना से दूर हटकर
साथियों अपनी माँ के साथ-साथ भारत माँ के शेर बन जाओ,
यूँ तो है बहुत बड़े-बड़े कलमकार ओर रचनाकार
साथियों गर बात सब तक पहुँचानी हो तो 'आवारा बादल' बन जाओ.



Web Title: mansi tiwari


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