कविता का शीर्षक - 'भावों में तु बह जाती हैं'
भावों में तु बह जाती हैं
शब्दों में तू बदल जाती है
मुझे संवेदनशील बना जाती है
मुझे तुझ पर गर्व होता है
मुझे एक नई भाषा में नई पहचान दे जाती है
आज हिंदी भाषा भी विशेष महत्व रखती है
जग जग में तु बोली जाती है
भारत के नाम से तू पहचानी जाती है
हां आधुनिक जमाने में तेरा मोल कम नहीं है
आऐ ना जाने कितनी भाषा फिर भी तेरा मोल विशेष है
आज हिंदी भाषा भी विशेष महत्व रखती हैं
चाहे ना मिला हो तुझेभाषा का सम्मान
पर तु हिंदी बनकर सभी के दिल में राज करती हैं
तू अपना इतिहास खुद रच कर
इसे साहित्य का दर्पण बनाती हैं
बनकर राजभाषा दिल में तू राज करती है
आज हिंदी भाषा भी अपना विशेष महत्व रखती है
Web Title: Poem by Yashasvi Pareek
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