"आई शुभ दीपावली,
ध्यान तू रखियो लांगुरिया|
रखियाे लांगुरिया,
स्वदेशी चीजें लइियाे लांगुरिया|
चाइनीज़ झालर चाइना का सामान घर में तुम न लइियाे ,
मिट्टी के दीयों से अपने घर को रौशन करियाे |
कर दियाे गरीब कू खुशहाल,
ध्यान तू रखियो लांगुरिया|
राष्ट्रहित में विदेशी ऐप का बहिष्कार तू करियाे,
""वयम्"" जैसी स्वदेशी ऐप का तू उपयोग ही करियाे |
कर दियाे भारत कू खुशहाल,
ध्यान तू रखियाे लांगुरिया |"
Web Title: Poem by Mukta Varshney , Vayam official blog content
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Poem - Kavita - Geet