- एआई आधारित वयं प्लेटफॉर्म ने विश्व भर में 30000000 करोड़ से अधिक लोगों तक 'संस्कृति-संसद' के सन्देश को पहुंचाया
- वयं प्लेटफॉर्म के माध्यम से सैकड़ों यूट्यूब चैनल्स, फेसबुक पेजेज आदि पर 'संस्कृति संसद' कार्यक्रम का निर्बाध प्रसारण संपन्न
- वयं ऐप पर मौजूद ॐ, स्वास्तिक, भगवा ध्वज, कमल का फूल जैसे भारतीय इमोजी से लोग पल-प्रतिपल अपनी भावनाएं व्यक्त करते रहे
- भारतीय संस्कृति के प्रसार में स्वदेशी तकनीकी को निरंतर आगे बढाने पर आईआईटी से निकले वयं सीईओ एवं फाउंडर्स ने अपनी प्रतिबद्धता दुहराई
विश्व की सांस्कृतिक राजधानी काशी में 12 से 14 नवंबर तक आयोजित हुए 'संस्कृति संसद' का भिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर विश्व भर के 30000000 करोड़ से अधिक लोगों ने सजीव प्रसारण देखा।
अखिल भारतीय संत समिति, श्री काशी विद्वत परिषद एवं गंगा महासभा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 'संस्कृति संसद' में भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण के लिए देश-विदेश से आये सनातनियों ने बृहद स्तर पर चर्चा एवं मंथन किया। जिसका सजीव (LIVE) प्रसारण पूर्णतः भारत में विकसित, स्वदेशी वीडियो कम्युनिकेशन ऐप 'वयं' के माध्यम से किया गया।
अखिल भारतीय संत समिति व गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने वयं को विकसित करने वाली टीम को शुभकामनाएं दीं एवं कहा, "वयं एप के माध्यम से 'संस्कृति संसद' का ऑनलाइन प्रसारण विश्व भर में किया गया, जिसे 30000000 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
गंगा महासभा के संगठन मंत्री गोविंद शर्मा ने बताया कि, "वयं ऐप के माध्यम से लगभग 100 से अधिक यूट्यूब चैनल्स एवं फेसबुक पेज पर कार्य्रकम का लाइव प्रसारण हुआ, जिससे विश्व भर में 'संस्कृति-संसद' में हुई चर्चा व मंथन को आसानी से देखा जा सका।"
इस क्रम में वयं ऐप को विकसित करने वाली कंपनी सुपरप्रो.एआई के सीईओ गौरव त्रिपाठी ने "संस्कृति संसद जैसे सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम का प्रसारण करना 'वयं' का सौभाग्य बताते हुए टीम वयं के लिए इसे गौरवशाली अवसर बताया।"
गौरव त्रिपाठी ने आगे कहा कि टीम वयं का उद्देश्य है, "वयं राष्ट्रे जागृयाम" - हम राष्ट्र को जीवंत एवं जाग्रत बनाए रखेंगे।
साथ ही भारत को डाटा कॉलोनी नहीं बनने देने के लिए वयं टीम की प्रतिबद्धता दुहराते हुए गौरव त्रिपाठी ने न केवल भारत में टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जोर दिया, बल्कि इसके लिए प्रत्येक भारतवासी द्वारा वयं जैसे स्वदेशी ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके, तमाम इवेंट्स, बैठकों, व्यक्तिगत व व्यवसायिक मीटिंग्स में उपयोग करने की आदत विकसित करने पर बल दिया।"
ज़ाहिर है कि प्रत्येक भारतीय को, वयं जैसे भारतीय प्लेटफॉर्म्स को बढ़ावा देना होगा, एवं उपनिवेशवाद की मानसिकता से मुक्त होकर अधिकाधिक भारतीय उत्पादों, भारतीय तकनीक, भारतीय ऐप्स का प्रयोग करना होगा।
बता दें कि आईआईटी से निकले इंजिनियर्स एवं भारतीय इन्वेस्टर्स के अथक प्रयासों से निर्मित वयं ऐप वीडियो कम्युनिकेशन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. बेहद कम समय में इसने गूगल प्ले स्टोर पर 100000 लाख से अधिक डाउनलोड का माइलस्टोन टच किया, और अब 500000 लाख तक पहुँचने को तैयार है।
एक के बाद दूसरे मील का पत्थर छूने वाले वयं ऐप की विशेषताओं को 'संस्कृति-संसद' में विश्व भर से आये विद्वानों एवं मनीषियों ने बखूबी महसूस किया, जब उनके सांस्कृतिक वक्तव्यों पर वयं ऐप में मौजूद ॐ, स्वास्तिक, भगवा ध्वज, कमल का फूल जैसे भारतीय इमोजी से लोग पल-प्रतिपल अपनी भावनाएं व्यक्त करते रहे।
ऐसा पहली बार था, जब भारतीय संस्कृति की झलक ऑनलाइन प्रसारण में वैसी ही दिखी, जैसी किसी भारतीय उत्सव में वास्तविक रूप से संस्कृति की झलक हम अनुभव कर पाते हैं।
यही तो खासियत है वयं ऐप के फीचर्स की, एवं उसे बनाने वाले फाउंडर्स की सोच की, जो संस्कृति के साथ में अपनी प्रगति देखते हैं. वयं ऐप ने ऐसे लोगों, ऐसे संस्थानों से दूर रहने का प्रण लिया है, जो भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को क्षति पहुंचाने का कार्य करते हैं, उनसे खिलवाड़ करते हैं।
एंड टू एंड इंक्रिप्शन पर काम करने वाला वयम् पूरी तरह सुरक्षित (100% Secured) ऐप्स के रूप में प्रत्येक वीडियो कम्युनिकेशन आवश्यकता को पूरा करने के लिए लगातार शोध एवं विकास में लगा हुआ है.
सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें इवेंट क्रियेट करने के लिए आपको सिर्फ वयं के ऑफिसियल व्हाट्सऐप नंबर +91 83839 62814 पर 'Namaste' लिखकर भेजना भर है। आप चाहें तो इस व्हाट्सऐप नंबर पर भारत में सर्वाधिक प्रयोग होने वाले अभिवादन 'Jai Sri Ram' भी लिखकर भेज सकते हैं, या फिर अपना नाम लिखकर भेज दें।
आप ज्योंही यह सन्देश हमें भेजेंगे, तत्काल ही 'संस्कृति-संसद' की तरह ऑनलाइन इवेंट क्रियेट हो जाएगी। वयं ऐप पर आयोजन से सम्बंधित किसी भी प्रश्न के लिए आपको वहां समस्त उत्तर मिलेंगे, तो वयं की टीम आपकी शंकाओं के समाधान हेतु वहां उपलब्ध मिलेगी।
आज समूचे भारतवर्ष में, भारतीय संस्कृति एवं ज्ञान से जुड़े उत्सव वयं प्लेटफॉर्म पर आयोजित किये जा रहे हैं।
वह चाहे काशी में आयोजित 'संस्कृति-संसद' हो, महाराष्ट्र में आयोजित गणेश उत्सव हो, दिल्ली में आयोजित सीकेएस का 'डाटा सोवरेंटी' कार्यक्रम हो, हिंदी दिवस पर आयोजित 'हिंदी उत्सव' हो, दिवाली पर आयोजित 'आत्मनिर्भर दिवाली' उत्सव हो, मध्य प्रदेश में आयोजित कालिदास महोत्सव हो, कर्नाटक में वरांडा क्लब द्वारा आयोजित भिन्न पुस्तकों का रिव्यु कार्यक्रम हो, भारत से सम्बंधित प्रत्येक भारतीय विचार वयं प्लेटफॉर्म के माध्यम से राष्ट्र-जागरण में लगा हुआ है।
जगदगुरु शंकराचार्य, स्वामी रामानुजाचार्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेताओं में शामिल इन्द्रेश जी से लेकर, सरकार के मंत्री, विक्रम संपत जैसे चर्चित राष्ट्रवादी लेखक, सुरक्षा विशेषज्ञ के रूप में रिटायर्ड जनरल्स, शंकर महादेवन जैसे संस्कृति को आगे बढाने वाले कलाकार जैसे अनेकानेक राष्ट्रभक्त, राष्ट्रनायक वयं प्लेटफॉर्म पर न केवल विश्वास दिखा रहे हैं, बल्कि उसे आपना आशीष प्रदान कर आगे बढ़ने में, राष्ट्र को आम्निर्भर बनाने में अपना योगदान सुनिश्चित कर रहे हैं।
तो आप क्या सोच रहे हैं?
किसी भी बैठक, आयोजन, सत्र, उत्सव के ऑनलाइन आयोजन के लिए वयं ऐप के ऑफिसियल व्हाट्सऐप नंबर +91 83839 62814 पर 'Namaste' लिखकर भेजें।
धन्यवाद सहित,
टीम वयं
और हां! नीचे की ओर संस्कृति-संसद से जुड़ी तमाम वीडियोज, स्क्रीन-शॉट्स एम्बेड की गयी हैं, जिन्हें आप फैमिली-फ्रेंड्स के साथ अवश्य ही शेयर करें, क्योंकि भारतीयता की सुगंध प्रत्येक जगह जानी चाहिए।
Web Title: Vayam in Sanskriti Sansad Event at Kashi, Varanasi 2021, Vayam official blog content