मां पापा - Poem by Pooja singh

 

"मां पापा


याद हैं मुझे

हां  याद हैं मुझे

भगवान है मेरे मां पापा


अस्पताल में थी मैं

मंदिरों में थे मेरे मां पापा


पट्टी से बंधी थी मैं

सहला रहे थे मेरे मांपापा


भगवान को देखा है मैने

वो है मेरे मां पापा


खुद की काबिलियत पर भरोसा नहीं

किसी की बातों पर भरोसा है

वो है मेरे मां पापा


गलती करने पर

सजा देते है भगवान


कभी रुलाते नहीं

वो है मेरे मां पापा


चलना मुझे आता नही

मेरा सहारा बन जाते है

वो है मेरे मां पापा


पूजा सिंह

दिल्ली"


Web Title: Poem by Pooja singh


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