मां बाप से बड़ा भगवान नहीं होता poem by Deepak Pandit Shayar

 

ज़िन्दगी में मां बाप के सिवा कोई अपना नहीं होता, टूट जाए ख्वाब तो सपना पूरा नहीं होता,
ज़िंदगी भर पूजा करना तुम मां बाप की ,
क्यों की मां बाप से बड़ा भगवान नहीं होता।


हर वक़्त मां के चेहरे पर वो हसी दिखती हैं मुझे, जो रूठे को भी हसा दे वो खूबी दिखती हैं मुझे, ज़िंदगी भर यूं ही मुस्कुराता रहे मेरी मां का चेहरा , हर वक़्त अपने कलेजे से लगाकर रखती हैं मुझे।


बचपन में जब चोट लगती थी तो मां रो पड़ती थी, तु कलेजे का टुकड़ा है मेरा हर वक्त यही कहती थी।

मां बाप की आंखो का तारा हूं मैं, मां बाप को सबसे प्यारा हूं मैं, मुझे खोने से डरते हैं क्यों की उनकी जिंदगी का सहारा हूं मैं।

कभी पूछा हैं तुमने अपने मां बाप से की इतने दर्द कैसे सह लेते हो,
फिर भी खुशी बरकरार रहती हैं मां बाप के चेहरे पर ,
कभी पूछा अंदर के दर्द क्यों बया नहीं करते हो , और हमें अपने पलकों पर बिठा कर रखते हो,
और हमारी हर ख्वाहिश पूरी करते हो ,
बता दिया करो हमें भी की इतने दर्द कैसे सह लेते हो ,
खुद अंधेरे में रहकर हमें रोशनी देते हो, फिर भी अपने दर्द किसी से नहीं कहते हो ।


गलती हर किसी से होती है हर कोई समझदार नहीं होता, ज़िन्दगी भर पूजा करना तुम मां बाप की, क्यों की मां बाप से बड़ा कोई यार नहीं होता।

अपने पापा का सपना पूरा करना है मुझे,जो वो चाहते हैं वो बनाना है मुझे, मुश्किलें कितनी भी आ जाएं ज़िन्दगी में जनाब , अपने पापा का नाम रोशन करना है मुझे।



मां बाप मेरी जान है उन्होंने दी मुझे इस दुनिया में पहचान है, तू शान शौकत की बात मत किया कर, क्यों की मेरे मां बाप ही मेरे लिए भगवान हैं ।
मां बाप से बड़ा ना ईश्वर है गुरु से बड़ा ज्ञाता, मिलेगा ना इस जग में इनसे बड़ा कोई नाता।


मां बाप का चेहरा चांद से भी ज्यादा प्यारा लगता हैं मुझे ,
ना होगा कोई हसीन चेहरा मां बाप का चेहरा इस जहां से ज्यादा प्यारा लगता हैं मुझे


Web Title: deepak pandit shayar 


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