"कविता - स्वच्छ भारत मिशन
एक दीप जला दिया है एक दीप जलाना है
अखिल विश्व से भी सुंदर अपना राष्ट्र बनाना है
बापू जी का था ये सपना सच इसे कर दिखलाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
आओ मिलकर करें नमन कूड़े-करकटों का करें दमन
जन जन तक ये संदेशा पहुंचाना है
अखिल विश्व से भी सुंदर अपना राष्ट्र बनाना है
बापू जी का था ये सपना सच इसे कर दिखलाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
गांव-गांव के बच्चों को पाठशाला तक लाना है
पढ़ाना है, लिखाना है, स्वच्छ भारत बनाना है
बापू जी का था ये सपना सच इसे कर दिखलाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
एक कदम स्वच्छता की ओर अब हमको ही बढ़ाना है
नदी,तालाब या नालों में अस्वच्छता अब नहीं फैलाना है
पांच साल तक के बच्चों को पोलियों ड्राप्स पिलाना है
स्वस्थ भारत का निर्माण अब हमको ही करवाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
है सरकार अपनी, अपना राज चलाना है
सोच समझ कर हमको बस एक बटन दबाना है
भ्रष्ट नेताओं को जड़ से अब दूर भगाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
है अधिकार अपना, अपना हक़ जताना है
एक वोट से हमको एक सरकार बनाना है
जय हिन्द का नारा फिर आगे चलके लगाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
अनपढ़ही महिलाओं को अब आगे बढ़ाना है
चुल्हा-चौंकी के बदले अब कलम पकड़ाना है
साक्षर भारत का सपना फिर सच करके दिखलाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
अस्वच्छता का अंधकार अब जड़ से मिटाना है
स्वच्छता का दीपक अब हर घर-घर में जलाना है
बापू जी का था ये सपना सच इसे कर दिखलाना है
स्वच्छ इरादों से हमको स्वच्छ भारत बनाना है
एक दीप जला दिया है एक दीप जलाना है ।।
"
Web Title: Poem by gautam karsh
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