विषय:- नारी शक्ति
विधा :- गीत
शीर्षक:- "नारी तुम विश्वास हो"
नारी तुम विश्वास हो,
श्रद्धा हो, अरदास हो,
तेरे दूध से फलती-फूलती सृष्टि,
तुम धरती, आकाश हो।
नारी तुम विश्वास हो.....
वैभवता की देवी हो तुम,
ज्ञान का भंडार हो,
देवों की माता तुम्हीं,
तुम धरती, आकाश हो।
नारी तुम विश्वास हो.....
तुम्हीं स्रटा, तुम्हीं कर्ता,
पापों का संहार हो,
सृष्टि का आगाज तुम्हीं से,
तुम धरती, आकाश हो।
नारी तुम विश्वास हो.....
कोमलता की मूरत हो तुम,
अंतरिक्ष को भी भेदने वाली हो,
हर क्षेत्र में वर्चस्व तुम्हारा,
तुम धरती, आकाश हो।
नारी तुम विश्वास हो.....
पहचानो तुम रूप को अपने,
ईश्वर का वरदान हो,
उमा, शारदा, शक्ति तुम्हीं,
तुम धरती, आकाश हो।
नारी तुम विश्वास हो.....
अप्रकाशित एवं मौलिक रचना
रंजना लता
समस्तीपुर, बिहार
Web Title: ranjana lata
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